आपकी जिम्मेदारियां और कर्तव्य कई बार आपको डिप्रेशन में जाने से बचा लेते हैं। जब आप सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं तब आप डिप्रेशन में चले जाते हैं क्यों कि आपके साथ वो घटित हुआ होता है जिसकी अपेक्षा आपने नहीं की होती है।
लेकिन जब आप अपनी जिम्मेदारियों या कर्तव्य के बारे में सोचते हैं तब आप अपनी पीड़ा एक तरफ रखकर उठ खड़े होते हैं क्यों कि उस वक्त आपकी सोच में आप नहीं कुछ और होता है और आप वो करने जा रहे होते हैं जो अपेक्षा आपने अपने आपसे की होती है ✍🏻
रविवार
श्रावण/शुक्ल दशमी/वि.२०७९
07/08/22
*आर्या शिवकांति*
(तनु जी)
No comments:
Post a Comment