लगा सको तुम बोली इसकी,
ऐसी कोई कीमत नहीं होती------
ये मुहब्बत है दोस्तों------
जो दिल से कभी,
रुख्शत नहीं होती------
जो खुद को भी देखे आईने में
"""संदेह भरी नजरों से"""
ऐसी नज़रों को कभी किसी से?
मोहब्बत नहीं होती-------
20/09/2018
शिवकान्ति आर कमल
(तनु जी)
ऐसी कोई कीमत नहीं होती------
ये मुहब्बत है दोस्तों------
जो दिल से कभी,
रुख्शत नहीं होती------
जो खुद को भी देखे आईने में
"""संदेह भरी नजरों से"""
ऐसी नज़रों को कभी किसी से?
मोहब्बत नहीं होती-------
20/09/2018
शिवकान्ति आर कमल
(तनु जी)
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