Wednesday, September 19, 2018

शायरी

लगा सको तुम बोली इसकी,
ऐसी कोई कीमत नहीं होती------

ये मुहब्बत है दोस्तों------
जो दिल से कभी,
 रुख्शत नहीं होती------

जो खुद को भी देखे आईने में

"""संदेह भरी नजरों से"""

ऐसी नज़रों को कभी किसी से?
मोहब्बत नहीं होती-------

20/09/2018
शिवकान्ति आर कमल
(तनु जी)

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